जनपद बिजनौर मुरादनगर की शान से मंडल ब्यूरो
नजीबाबाद। नगर के मौहल्ला मकबरा स्थित गीता भवन मंदिर में श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ हो गया है। पहले दिन कथा व्यास पंडित भोला शंकर शास्त्री ने भागवत महात्म्य की कथा सुनाई।
उन्होंने बताया कि श्रीमद भागवत कथा श्रवण मात्र से मनुष्य के जन्म-जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं। यह कथा भवसागर से पार कराने वाली है। श्रीमद्भागवत कथा एक अमर कथा है। इसे सुनने से पापी भी पाप मुक्त हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि वेदों का सार युगों-युगों से मानवजाति तक पहुंचाता रहा है। भागवतपुराण उसी सनातन ज्ञान की पयस्विनी है, जो वेदों से प्रवाहित होती चली आई है। इसलिए भागवत महापुराण को वेदों का सार कहा गया है।
उन्होंने श्रीमद्भागवत महापुराण का बखान किया। कहा कि सबसे पहले सुकदेव जी महाराज ने राजा परीक्षित को भागवत कथा सुनाई थी, उन्हें सात दिनों के अंदर तक्षक के दंश से मृत्यु का श्राप मिला था। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा अमृत पान करने से संपूर्ण पापों का नाश होता है।
कथा वाचक पंडित भोला शंकर शास्त्री ने कहा कि व्यक्ति इस संसार से केवल अपना कर्म लेकर जाता है। इसलिए अच्छे कर्म करो। भाग्य, भक्ति, वैराग्य और मुक्ति पाने के लिए भगवत की कथा सुनो। केवल सुनो ही नहीं बल्कि भागवत की मानों भी।
व्यास जी ने कहा कि जब-जब धरती पर अत्याचार बढ़ता हैं, तब-तब मानवता की सेवा के लिए भगवान अवतार लेते है। श्रीमद् भागवत कथा का भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने श्रवण कर प्रसाद ग्रहण किया।

